रसायनों के प्रयोग से छीन लो पौरुषत्व, मैं बस देना चाहूँगा, सब को यही सलाह ! रसायनों के प्रयोग से छीन लो पौरुषत्व, मैं बस देना चाहूँगा, सब को यही सलाह !
लगता है फिर कहीं इंसानियत का इंतकाल हुआ है ! लगता है फिर कहीं इंसानियत का इंतकाल हुआ है !
दरिन्दगी भर गयी है खून में हैवान कर रहे अत्याचार... दरिन्दगी भर गयी है खून में हैवान कर रहे अत्याचार...
या जीना चाहते हो उन तमाशबीनों के लिये रहम की भीख मांगती जिनकी आँखोें के सामने गिड़गिड़ाती रही फूलमती... या जीना चाहते हो उन तमाशबीनों के लिये रहम की भीख मांगती जिनकी आँखोें के सामने ...
"खुशी" थोड़े समय के लिए संतुष्टि देती है और "संतुष्टि" हमेशा के लिए खुशी देती है। "खुशी" थोड़े समय के लिए संतुष्टि देती है और "संतुष्टि" हमेशा के लिए खुशी देती ...
मुझे सीढ़ी पर रूढ़िवाद समाज लिपटा हुआ दिखता है! मुझे सीढ़ी पर रूढ़िवाद समाज लिपटा हुआ दिखता है!